यमुनानगर। डीएवी गल्र्स कालेज में गांधी स्टडी सेंटर की ओर से एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन किया गया। जिसमें पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के गांधी स्टडी सेंटर के एसोसिएट प्रोफेसर डा. मुनीष शर्मा मुख्य वक्ता रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कालेज प्रिंसिपल डा. सुषमा आर्य ने की। मौके पर गांधी स्टडी सेंटर के कनवीनर एवं एसोसिएट प्रोफेसर मलकीत सिंह भी उपस्थित रहे।
डा. शर्मा ने रिलेवेंस ऑफ गांधीयन फिलोस्फी आन पीस विषय पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने ९/११ अमेरिका में हुए आतंकी हमले के संदर्भ में गांधी जी की शांति व अहिंसा की नीतियों के महत्व को उजागर किया। अमेरिका द्वारा आंतकवादियों को पकडऩे के लिए किए जा रहे अरबों डॉलरों के खर्चे की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि अगर यह पैसा विश्व में विकास के लिए खर्च किया जाता, तो विश्व में आंतकवाद की समस्या जड़ से खतम हो सकती थी। आंतकवाद की समस्या धर्म से संबंधित नहीं है, बल्कि इसकी ज्यादातर जड़ें सामाजिक समस्या व गरीबी में पाई जाती है। अगर शिक्षा के जरिए मानव चेतना को जगाने की कौशिश की जाए, तो आने वाले दिनों में आंतकवाद, हिंसा जैसी समस्याएं खतम हो सकती है। उन्होंने कहा कि अमेरिका द्वारा वल्र्ड टे्रड सेंटर पर हुए हमले के विडियो अभी तक रिलिज नहीं किए गए। जो वल्र्ड टे्रड सेंटर पर हुए हमले में आतंकवादी हाथ होने पर शंका खड़ी करते हैं। दूसरा अमेरिका द्वारा आंतकवादियों को पकडऩे के लिए चलाया गया अभियान आंतकवाद से ज्यादा अमेरिका की तेल अर्थव्यवस्था के हित में ज्यादा है। अमेरिका शस्त्रों व सेनाओं के बल पर जिस विश्व शांति की बात कर रहा है, वो वास्तव में शांति नहीं है। क्योंकि शांति और अहिंसा व्यक्ति के सीधे विरोध की जगह उसके मन में प्रवेश करती है।
डा. शर्मा ने कहा कि गांधी जी ने शंाति का असल मार्ग व्यक्ति के मन पर काबू पाने या उसे प्यार से बदलने को दर्शाया है। जो कि एक स्थाई शांति के लिए जरुरी है। उन्होंने यह भी बताया कि ११ सिंतबर १९०६ के दिन ही गांधी जी ने सत्याग्रह के जरिए विश्व में स्थाई रुप में शांति स्थापित करने के लिए आंदोलन शुरू किया था। इसलिए ११ सितंबर के बाद हो रही हिंसा और विश्व शांति को समाप्त करने के लिए गांधी जी के विश्व शांति के बारे में प्रकट किए गए विचारों का विशेष महत्व है। डा. शर्मा ने स्लाइड के माध्यम से अमेरिकी हमले के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कालेज प्रिंसिपल डा. सुषमा आर्य ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से विद्यार्थियों के ज्ञान में वृद्धि होती है। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे गांधी जी द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सफल बनाएं। गांधी स्टडी सेंटर कनवीनर एसोसिएट प्रोफेसर मलकीत सिंह ने डा. मुनीष शर्मा का आभार व्यक्त किया। मौके पर शिखा सैनी, डा. शालिनी शर्मा, राजीव कुमार, मंदीप कौर, नैंसी सैनी उपस्थित रहे।
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