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बुधवार, 7 सितंबर 2011

रक्तदान कैम्प के उपलक्ष्य मे एक जनजागरण रैली Blood Donation camp



रक्तदान कैम्प के उपलक्ष्य मे एक जनजागरण रैली Blood Donation camp

आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर मे 13 सितम्बर को होने वाले रक्तदान कैम्प के उपलक्ष्य मे एक जनजागरण रैली निकाली गयी. विद्यालय के स्वयंसेवकों एवं कल्ब सदस्यों ने रक्तदान कैम्प जागरूकता अभियान के अंतर्गत घर घर जा कर ग्रामीणों को रक्तदान के प्रति जागरूक किया .
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री साहिब सिंह श्योराण ने सबको सम्बोधित करते हुए कहा कि रक्तदान बहुत महत्वपूर्ण है रक्तदान जीवनदान है हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं.
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने कहा कि देशभर में रक्तदान हेतु रेडक्रास, नाको, ब्लडबैंक जैसी कई संस्थाएँ लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही है परंतु इनके प्रयास तभी सार्थक होंगे, जब हम स्वयं रक्तदान करने के लिए आगे आएँगे और अपने मित्रों व रिश्तेदारों को भी इस हेतु आगे आने के लिए प्रेरित करेंगे.
श्री संजय शर्मा जी ने बच्चों को बताया कि लाल रंग का यह तरल ऊतक हमारा जीवन-आधार है शरीर की लाखों-करोड़ों कोशिकाओं को आक्सीजन तथा पचा-पचाया भोजन पहुँचा कर यह उनके ऊर्जा-स्तर को बनाए रखने से लेकर भरण-पोषण की ज़िम्मेदारी उठाता है। उन कोशिकाओं से कार्बन-डाई-ऑक्साइड तथा यूरिया जैसे विषैली गैसों एवं रसायनों को निकालने के कार्य में भी यह लगा रहता है। बीमारी पैदा करने वाले कीटाणुओं से तो यह लगातार लड़ता रहता है और उनके विरुद्ध प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है
रक्तदानियों का नामंकन करते अध्यापक 
इस अवसर पर परियोजना अधिकारी मुकेश रोहिल ने बताया कि  स्वयंसेवकों एवं कल्ब सदस्य अपना पूरा प्रयास लगा देंगे और 200 यूनिट रक्त एकत्र करके अपना समाज के प्रति दायित्व निभाएंगे.
सुनील कुमार जी ने बताया कि उनको अपने परिवार से बाल्यकाल से ही रक्त दान संस्कार मिले है उनके पिता  श्री शेर सिंह जी 73 बार के रक्तदानी है और बिलकुल स्वस्थ हैं.     
इस अवसर पर संजय शर्मा, रविन्द्र कुमार, संदीप, संजीव, सुनील कुमार,दर्शन लाल, मुकेश रोहिल, मनोहर लाल, अमित कश्यप, सुनीता रानी, लवलीन कौर आदि अध्यापकों का विशेष सहयोग रहा.           

प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर,जिला यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)

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सोमवार, 20 जून 2011

२१ जून का दिन है साल का सब से लंबा दिन Enjoy Summer Solstice on 21 jun 2011

२१ जून का दिन है साल का सब से लंबा दिन Enjoy Summer Solstice on 21 jun 2011
यदि ऐसा हो कि आप शाम होने का इंतजार करते रहें लेकिन सूरज ढलने का नाम नहीं ले. आप बार बार घड़ी देखें और कोई  फायदा ना  हो क्योंकि २१ जून का दिन है साल का सब से लंबा दिन,जो साल में बस एक बार ही आता है.मंगलवार यानी २१ जून का  दिन साल का ऐसा दिन होता है जिस दिन पृथ्वी की धुरी सूर्य की ओर झुक जाती है जिससे उत्तरी गोलार्ध में दिन लंबा और दक्षिणी गोलार्ध में रात सबसे लंबी हो जाती है। इस कारण से मंगलवार को सूर्योदय प्रातः५ बज कर २४ मिनट पर  सूर्यास्त शाम ७ बज कर २२ मिनट पर होगा.यह दिन पूरे १४ घंटे का होगा और रात उसी अनुपात मे छोटी यानी कि १० घंटे की.
सूर्य और पृथ्वी की स्तिथि को दर्शाता चित्र  
चित्र पर क्लिक कर के बड़ा कर कर देख सकते हैं.
इस खगोलीय घटना को ग्रीष्मकालीन अयनांत (समर साल्स्टिस) कहते हैं.साल्स्टिस लैटिन भाषा का शब्द है जिसको दो भागो मे बाँट कर देखा जाए तो सोल जिसका अर्थ है सूर्य और दुसरा भाग सिस्टटेरे जिस का अर्थ है जस का तस खड़ा होता है अर्थात यह वो दिन है जब धरती का उत्तरी गोलार्ध सूर्य की और सब से अधिक झुका होता है.ग्रीष्मकालीन अयनांत तब होता है जब पृथ्वी की धुरिय झुकाव सबसे अधिक २३ डिग्री २६ मिनट उत्तर की अपनी अधिकतम सीमा पर हो.
यदि हमें जानकारी हो तो हम इस दिन को आनन्दित महसूस कर सकते हैं इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए आज यह बताया जा रहा है कि हम २१ जून को सबसे लंबे दिन का आनंद उठा सकें.उडीसा के कोणार्क सूर्य मंदिर मे सूर्य की मूर्ति इस प्रकार स्थापित की गयी थी इन अवसरों  सूर्य की किरणे सीधे मूर्ति को अवलोकित करें.
इंगलैंड के स्टोनहेंज  नामक स्थान पर सदियों पूर्व विशाल पत्थर खड़े किये गएँ थे उन्हें इस तरह खड़ा किया गया है कि उनसे वर्ष के सबसे लंबे दिन (उत्तर अयनांत) और सबसे छोटे दिन (दक्षिण अयनांत) को होने वाले सूर्योदय और सूर्यास्त का पता लग सके. विश्व के कुछ प्राचीन स्मारकों का निर्माण इस तरह किया गया है कि उनमें विषुव या अयनांत के दिन सूर्य की किरणें भीतर किसी विशेष स्थान पर पहुंच जाएं.  


ये चलचित्र देखें जरा ..
दर्शन लाल बवेजा विज्ञान अध्यापक हरियाणा
(चित्र गूगल से लिया गया है साभार)
अमर उजाला अखबार का बहुत धन्यवाद इस जानकारी को कुछ और लोगो तक पहुँचाने के लिए  

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