सुप्रसिद्ध
ब्रिटिश फिल्मकार लेसली उड्विन का कहना है कि अच्छा सिनेमा बेहतर दुनिया बनाने का
एक माध्यम होता है। दुनिया भर में हम जैसे फिल्मकार केवल पैसे और प्रसिद्धि के लिए
नहीं, समाज
को जीने लायक बनाने के लिए फिल्म बनाते हैं। यह फिल्मोत्सव इसलिए जरुरी है, क्योंकि चारों ओर
अच्छे सिनेमा के लिए जगह कम होती जा रही है। लेसली उड्विन ने डीएवी गल्र्स कालेज
यमुनानगर में चौथे हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय समारोह का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।
यह समारोह सात अक्टूबर तक चलेगा। समारोह का शुभारंभ उनकी नई फिल्म वेस्ट इज वेस्ट
से हुआ, जो
उनकी ईस्ट इज ईस्ट का दूसरा भाग है।
लेसली ने कहा
कि यहां आकर जो खुशी उन्हें हुई है, वह
दुनिया के किसी भी दूसरे अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में नहीं हुई। उन्होंने कहा
कि उनकी फिल्म वेस्ट इज वेस्ट ऐसी फिल्म है,
जिसका भारत को वर्षों से इंतजार था। उन्होंने फिल्म प्रदर्शन
के बाद दर्शकों के सवालों के जवाब दिए। ओमपुरी को मुख्य भूमिका में लेने के सवाल
पर उन्होंने कहा कि ओमपुरी विश्व के बेहतरीन अभिनेताओं में से एक है।
उन्होंने इस
तरह के फिल्म समारोह की वकालत करते हुए कि ये फिल्म समारोह इसलिए जरुरी है कि आज
ऐसी फिल्मों को मल्टीप्लेक्स व थियेटर में ओपनिंग नहीं मिल पाती। फिल्म समारोह में
इस तरह के सिनेमा को प्रोमोट करने से आम जनता भी ऐसी फिल्में देख पाती है। आज का
दर्शक अच्छे सिनेमा की कद्र करना जानता है। उन्होंने कहा कि हॉलीवुड व बॉलीवुड के
अधिकतर फिल्म निर्माता केवल पैसे के पीछे भाग रहे हैं। इसके अलावा बड़ी स्टारकॉस्ट
को फिल्म में प्रमोट कर रहे हैं। जबकि उनके हिसाब से फिल्म की कहानी और उसका भाव
ही फिल्म को हिट या फ्लाप करते हैं। उडवीन ने कहा कि इन दोनों फिल्मों की कहानियों
को लेसली ने नहीं, बल्कि
कहानियों ने उन्हें चुना।
ऐंटरटेनमेंट
सोसायटी ऑफ गोवा के सीईओ और भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के आयोजक मनोज
श्रीवास्तव ने कहा कि इस तरह के आयोजन देश में जगह-जगह होने चाहिए। जिससे अच्छै
सिनेमा का एक दर्शक वर्ग तैयार हो सकें।
इस मौके पर
डीएवी गल्र्स कालेज की प्रिंसिपल डा. सुषमा आर्य ने कहा कि उनके लिए सौभाग्य की
बात है कि लंदन की सुप्रसिद्ध फिल्मकार लेसली उडवीन उनके साथ है। उन्होंने कहा कि
अंतर्राष्ट्रीय फिल्म निर्माता के यहां आने से सच्चे मायनों में यह समारोह
अंतर्राष्ट्रीय हो गया है। उन्होंने कहा कि अच्छे सिनेमा को पूरी दुनिया में सराहा
जाता है।
फिल्म समारोह
के निदेशक अजित राय ने कहा कि चौथे वर्ष यह समारोह नई ऊंचाइयों को छू रहा है और
सच्चे अर्थों में विश्व स्तर का हो गया है। उन्होंने इस फिल्म समरोह के बारे में
विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि भारत और दुनिया भर की करीब ५० फिल्मों का
प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सांस्कृतिक नवजागरण के दरवाजे पर
दस्तक दे रहा है, यह
फिल्म समारोह इसके स्वागत की तैयारी है। उन्होंने घोषणा की कि इस समारोह का विस्तार देश के अलग-अलग हिस्सों
में होने वाले १० बड़े समारोह में होगा।
वेस्ट इज
वेस्ट से हुआ फिल्म समारोह का उद्घाटन-
चौथे हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह की उद्घाटन फिल्म
लेसली उडवीन की वेस्ट इज वेस्ट रही। लेसली उडवीन ने बताया कि जहां पर ईस्ट इज ईस्ट फिल्म समाप्त हुई थी, वहीं
से वेस्ट इज वेस्ट फिल्म को शुरू किया गया है। फिल्म की शुरूआत में ओमपुरी वापिस
पाकिस्तान लौट चुका है। जहां पर वह अपने बेटे की शादी मुस्लिम दोस्त की बेटी से
करवाना चाहता है। लेकिन ओमपुरी का बेटा मना कर देता है और वह शादी के मंडप से भाग
जाता है। जिसके बाद ओमपुरी अपनी दूसरी पत्नी के पास वापिस लंदन लौट जाता है। लेकिन
इसी बीच ओमपुरी की दूसरी बीवी पाकिस्तान आ जाती है। जहां पर ओमपुरी की पहली पत्नी
व दूसरी पत्नी के बीच संवाद होता है। फिल्म में दो सांस्कृतियों के बीच का समन्वय
दिखाया गया है। लेसली उड्विन ने बताया कि उन्होंने वेस्ट इज वेस्ट की सिक्वल फिल्म
ईस्ट इज वेस्ट बनाने का निर्णय लिया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के लिये धन्यवाद।