यमुनानगर। पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए शुक्रवार को डीएवी गल्र्स कालेज की एनएसएस वालंटियर्स ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यमुनानगर के सहयोग से गांव परवालों में रैली निकाली। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ भूपेंद्र कुमार ने हरी झंडी देकर रैली को रवाना किया। रैली गांव की विभिन्न गलियों से होती हुई मंदिर परिसर में संपन्न हुई।
एनएसएस वालंटियर्स व ग्रामीणों को संबोधित करते हुए एसडीओ भूपेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पॉलीथिन पर पूर्ण रुप से प्रतिबंध लगाया गया है। बावजुद इसके कुछ लोग अभी भी पॉलीथिन का बैग्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। जो कि गलत है।
उन्होंने कहा कि आसपास के राज्यों से प्रदेश में अवैध रुप से पॉलीथिन आ रहा है। उन्होंने बताया कि पॉलीथिन को जलाने पर उसमें से कार्बन मोनो ऑक्साइड, कॉर्बन डाई ऑक्साइड जैसी जहरीली गैसें निकलती है, जो कि पर्यावरण के लिए हानिकार है। अगर पॉलीथिन को नालियों में फैंक दिया जाए, तो उससे नालियों चौक हो जाती है। जिस कारण पानी निकासी अवरुद्ध हो जाती है और यही वजह है कि गांव व शहर में जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है। उन्होंने एनएसएस वालंटियर्स को शपथ दिलाई के वे पॉलीथिन का इस्तेमाल नहीं करेंगी, इसके अलावा अपने आसपास के क्षेत्र में भी लोगों को पॉलीथिन से होने वाली हानियों के बारे में बताएंगी।

उन्होंने वालंटियर्स से आह्वान किया कि वे पानी बचाने के लिए अभियान चलाएं। अगर हम यूं ही पानी को बर्बाद करते रहे, तो वह दिन दूर नहीं जब हमें पीने के पानी के लिए भटकना पड़ेगा। राजस्थान व अन्य राज्यों के लोगों को अभी से ही पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि पानी का दोहन की वजह से हर साल चार से पांच फीट पानी नीचे चला जाता है। जो कि अच्छा नहीं है। कैंप को-ओडिनेटर डा. भावना व डा. गुरशरन कौर ने कहा कि आज देश ही नहीं अपितु पूरे विश्व में पानी का मुद्दा सबसे बड़ा है। अगर हम समय रहते इस मामले में गंभीर नहीं हुए, तो वह दिन दूर नहीं, जब लोग पानी के लिए एक-दूसरे से लड़ते नजर आएंगे। इससे पूर्व एनएसएस की वालंटियर्स ने लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने तथा पानी बचाने का संदेश देने के उद्देश्य से गांव में रैली निकाली। जो कि गांव की विभिन्न गलियों से होती हुई, मंदिर परिसर में संपन्न हुई। वालंटियर्स ने पर्यावरण को बचाने वाले बैनर व पट्टियां उठाई। रैली को सफल बनाने में गांव के लोगों ने सहयोग दिया।