इस अवसर पर बोलते हुए अतिरिक्त उपायुक्त गीता भारती ने कहा कि रैडक्रास राष्ट्रीय पुरस्कार 2009 प्राप्त करने वाली देश की पहली संस्था है और यहां के बनाएं कृत्रिम अंग प्रदेश के अन्य जिलों में भी निशक्त व्यक्तियों को प्रदान किए जा रहे हैं जो अपना कामकाज भलीभांति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकलांग व्यक्तियों को सहानुभूति की बजाय सहायता की आवश्यकता है ताकि सहायता प्राप्त कर वे अपने आप को सक्ष्म महसूस कर सकें। उन्होंने विकलांगता दिवस समारोह में निशक्त व्यक्तियों द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों के लिए उनकी प्रशंसा की और कहा कि जिला रैडक्रास सोसाईटी का फिजिकल चैलज्ड व्यक्यिों को कृत्रिम अंग प्रदान करने में अपना एक नाम है, जो निस्वार्थ भाव से पूरे समाज के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जब तक लोग साथ नहीं जुडते कोई भी संस्था सफल नहीं हो सकती। समारोह में उन्होंने निशक्त व्यक्ति रमा शंकर, पायल, ऋतु, नेहा, अंशुल गांधी को विशेष रूप से पुरस्कार देकर सम्मानित किया जिन्होंने समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस अवसर पर सिविल सर्जन डा. वी.के.शर्मा, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी हजारी लाल वर्मा, जिला बाल कल्याण अधिकारी मनीषा खन्ना सहित अन्य अधिकारीगण व रैडक्रास के आजीवन सदस्य उपस्थित थे।
