20 कोस में हैं 11 स्वयंभू शिवलिंग, दर्शन से मिलता है पुण्य : क्षेत्र में स्थित इन स्वयंभू शिवलिंगाें की प्राचीन समय से देश-विदेश में ख्याति है। इनके दर्शनों के लिए श्रद्धालु बरबस ही खिंचे चले आते हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार एक दिन में इनके दर्शन करने वाला बहुत भाग्यशाली होता है। प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर के पुजारी जी का कहना है कि ये सभी धार्मिक स्थान एक दूसरे से ज्यादा दूर नहीं हैं। करीब 20 कोस के क्षेत्र में सभी पड़ते हैं। उनका कहना है कि हर श्रद्धालु एक दिन में इनके दर्शन नहीं कर पाता। कोई न कोई वजह बनती है कि दर्शन एक-दो धाम रह जाएगा। लेकिन जिसे एक ही दिन में सभी के दर्शन होते हैं वह बहुत सौभाग्यशाली होता है। इनके नाम हैं - श्री कालेश्वर महादेव मठ कालेसर, श्री केदारनाथ प्राचीन मंदिर आदी बद्री, श्री पृथेश्वर मंदिर पृथीपुर, श्री बनसंतूर प्राचीन मंदिर, श्री सिंधेश्वर महादेव मंदिर संधाय, मखौर स्थित प्राचीन शिव मंदिर, प्राचीन शिव मंदिर भाटली, श्री गौरी शंकर प्राचीन मंदिर जगाधरी, श्री पातालेश्वर महादेव पीठ दयालगढ़ बुडि़या, प्राचीन शिव मंदिर जंगल फतेहपुर, सूर्यकुंड मंदिर अमादलपुर स्थित स्वरूपेश्वर महादेव मंदिर। - यमुनानगर हलचल। Click: http://yamunanagarhulchul.com/category/tourism-in-yamunanagar
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