गुरुवार, 6 जनवरी 2011

पारा लुढ़का, कांपा यमुनानगर

बुधवार को दिनभर सूर्य के नहीं हुए दर्शन, रात व दिन में ज्यादा फर्क नहीं

ठिठुरन & बुधवार का अधिकतम तापमान 10.0, दिल के मरीज बरतें सावधानी

गर्म तासीर के खाद्य पदार्थों की मांग बढ़ी

ठंड बढ़ती जा रही है जिससे दिन और रात के तापमान में भी अंतर बहुत कम रह गया है जिससे लोगों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। लोग घरों में दुबके रहे। बुधवार को कोहरे के कारण दिनभर ठिठुरन बनी रही। मौसम विशेषज्ञों का दावा है कि आने वाले 24 घंटे के दौरान पाला पड़ेगा जिससे ठंड की चुभन और तीखी हो सकती है। रात व दिन के मौसम में ज्यादा फर्क नहीं है।

चल पड़ी शीत लहर: सर्दी में शीत लहर ठिठुरन बढ़ा रही है। बुधवार को हवा की रफ्तार 5.2 किलोमीटर प्रति घंटा रही हालांकि रफ्तार कम थी लेकिन पहाड़ से आने वाली हवा में ठंडक अधिक थी। पहाड़ों पर बर्फ होने की वजह से हवा काफी ठंडी हो गई है। ऐसे में हल्की हवा से ठंडक का अहसास बढ़ जाता है। बुधवार को दिन भर हवा की वजह से ठिठुरन रही। पूरा दिन सूरज के दर्शन नहीं हुए। लग रहा था मानो ठंड के सामने सूर्य भी पस्त हो गए हों।

दिनभर छाया रहा कोहरा: चार-पांच दिन के बाद अचानक फिर कोहरे ने दस्तक दी है। कोहरा भी दिनभर छाया रहा। मौसम विभाग के प्रवक्ता के अनुसार आने वाले कुछ दिन तक तापमान इसी तरह बना रहेगा।

बदल गया मैन्यू: सर्दी ने थाली का जायका भी बदल दिया है। इन दिनों सीजन सब्जी की भरमार है। इसके साथ ही गर्म तासीर के खाद्य पदार्थोंं की डिमांड भी बढ़ रही है। पेय पदार्थ में चाय-काफी के साथ सूप भी पहले नंबर पर आ गया है।


तापमान में अधिक अंतर नहीं
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बुधवार का अधिकतम तापमान 10.0 व न्यूनतम तापमान 4.7 डिग्री रहा। मंगलवार का अधिकतम तापमान 10.2 डिग्री व न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस रहा। यानि अधिकतम व न्यूनतम तापमान में अधिक अंतर नहीं रहा है। बुधवार को हवा में नमी की मात्रा सुबह के समय 93 व शाम के समय 81 प्रतिशत रही। वेपर प्रेशर सुबह के समय 6.7 व शाम के समय 7.0 एमएम रहा।

अलाव तापें मगर संभल कर
इन दिनों सर्दी से बचने के लिए अक्सर अलाव जला लिए जाते हैं। यह भी हानिकारक साबित हो सकता है क्योंकि अलाव ठंडा होते ही हम एकदम से ठंडे वातारण में आ जाते हैं। इतनी तेज गति से शरीर का तापमान कम नहीं हो पाता जिससे गर्म-सर्द होने की संभावना बनी रहती है। विशेषज्ञों के अनुसार अलाव तापते वक्तगर्म कपड़े होने चाहिएं जिससे शरीर का तापमान तेजी से कम न होने पाए। इसके अलावा घर के अंदर भी अंगीठी न जलाएं। हीटर यदि चला रहे हैं तो सावधानी रखें। सभी दरवाजे व खिड़की बंद न करें। इससे कमरे में आक्सीजन की मात्रा कम हो सकती है जिससे बेहोशी आने की संभावना रहती है।

दिल के मरीज रखें ध्यान
हार्ट स्पेशिलिस्ट अनूप गुप्ता ने बताया कि यह मौसम हार्ट के मरीजों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। अलबत्ता वे ध्यान रखें। ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े तो पहन कर ही रखें। इसके साथ ही कमरे का तापमान भी अधिक रखना चाहिए। कोशिश करनी चाहिए कि घर से बाहर कम निकलना पड़े क्योंकि इस मौसम में स्ट्रेस बढ़ सकती है जिससे दिक्कत आ सकती है। एसएमओ डाक्टर विजय दहिया ने बताया कि चार डिग्री से नीचे का तापमान हार्ट के मरीजों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इससे बचने के लिए उन्हें चाहिए कि सुबह व शाम घर में ही रहें।

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