शनिवार, 20 नवंबर 2010

बस भी कम पड़ी श्रद्धालुओं की आस्था के सामने, मेला श्री कपाल मोचन - तीसरा दिन

कपाल मोचन मेले के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था के सामने रोडवेज विभाग के इंतजाम बौने पड़ गए। तीन दिन चलने वाले मेले में शुक्रवार को पहले दिन दूसरे प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ जमा रही। था। बस स्टैंड पर श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे से आनन फानन में बस की व्यवस्था करवाई। उसके बाद भी श्रद्धालुओं को बस की छतों पर बैठकर कपालमोचन जाना पड़ा।

रोडवेज विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पहले दिन के लिए विभाग ने २० बस रेलवे स्टेशन व २० बस यमुनानगर बस स्टैंड से कपालमोचन मेले के लिए लगाई हुई थी। पहले ही  दिन भारी संख्या में श्रद्धालु मेले में पहुंचे। दिन भर रेलवे स्टेशन, यमुनानगर व जागधरी बस स्टैंड पर श्रद्धालुओं की भीड़ जमा रही। दोपहर  १२ बजे बस स्टैंड श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया। श्रद्धालुओं की संख्या के सामने रोडवेज की ४० बस भी कम पड़ गई। 
 अधिकारियों ने आनन फानन में दिल्ली रूट से तीन बस का हटाकर कपालमोचन के लिए लगाई। उसके बाद भी लोगों को  बस की छतों का सहारा लेना पड़ा। हरियाणा राज्य परिवहन मेला अधिकारी डिप्टी ट्रांसपोर्ट कंट्रोलर एमएस फोगाट का कहना है कि पहले दिन के लिए विभाग की तरफ से ४० बस लगाई गई हैं। जिसमें २० बस रेलवे स्टेशन व २० बस स्टैंड से कपाल मोचन के लिए लगाई गई हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए दिल्ली रूट की तीन बस अतिरिक्त चलाई गई हैं। शनिवार को १०० बस मेले के लिए चलाई जाएगीं।
श्रद्धा खींच लाती है
यह तिथियों का खेल है। इसमें निमंत्रण के लिए कोई जगह नहीं है। बस गणना करते हैं। और निकल पड़ते है। कपाल मोचन के लिए। डीसी अशोक सांगवान भी हैरान रहे। उन्होंने कहा कि यहां के बारे में कुछ ब्या नहीं हो सकता। यह तो महसूस किया जाता है। शर्त है। इसके लिए यहां आना होगा। दूर बैठ कर इसका मजा नहीं लिया जा सकता। उन्होंने इस मौके पर प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। प्रदर्शनी में ४२ स्टाल लगाए गए हैं।

एकता का प्रतीक है मेला
डीसी ने कहा कि मेला हिंदू, सिख व  मुस्लिम एकता का प्रतीक है। कपाल मोचन ऋषि मुनिया व पीर पैगंबरों की जमीन हैं। तीज त्योहार व मेले हमारी संस्कृति है। इसी संस्कृति के दम पर हम विश्व में सिरमोर है। श्राइन बोर्ड बनने के बाद प्रशासन पहली बार मेले का आयोजन कर रहा है।








8 टिप्‍पणियां:

  1. अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद.. यदि साथ ही कपाल मोचन के इतिहास पर भी प्रकाश डालते तो सोने पे सुहागा का कार्य होता फिर भी आभार..

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  2. अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद|

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  3. BAAS Voice का आमंत्रण :
    आज हमारे देश में जिन लोगों के हाथ में सत्ता है, उनमें से अधिकतर का सच्चाई, ईमानदारी, इंसाफ आदि से दूर का भी नाता नहीं है। अधिकतर तो भ्रष्टाचार के दलदल में अन्दर तक धंसे हुए हैं, जो अपराधियों को संरक्षण भी देते हैं। इसका दु:खद दुष्परिणाम ये है कि ताकतवर लोग जब चाहें, जैसे चाहें देश के मान-सम्मान, कानून, व्यवस्था और संविधान के साथ बलात्कार करके चलते बनते हैं और किसी को सजा भी नहीं होती। जबकि बच्चे की भूख मिटाने हेतु रोटी चुराने वाली अनेक माताएँ जेलों में बन्द हैं। इन भ्रष्ट एवं अत्याचारियों के खिलाफ यदि कोई आम व्यक्ति, ईमानदार अफसर या कर्मचारी आवाज उठाना चाहे, तो उसे तरह-तरह से प्रता‹िडत एवं अपमानित किया जाता है और पूरी व्यवस्था अंधी, बहरी और गूंगी बनी रहती है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो आज नहीं तो कल, हर आम व्यक्ति को शिकार होना ही होगा। आज आम व्यक्ति की रक्षा करने वाला कोई नहीं है! ऐसे हालात में दो रास्ते हैं-या तो हम जुल्म सहते रहें या समाज के सभी अच्छे, सच्चे, देशभक्त, ईमानदार और न्यायप्रिय लोग एकजुट हो जायें! क्योंकि लोकतन्त्र में समर्पित एवं संगठित लोगों की एकजुट ताकत के आगे झुकना सत्ता की मजबूरी है। इसी पवित्र इरादे से भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास) की आजीवन सदस्यता का आमंत्रण आज आपके हाथों में है। निर्णय आपको करना है!
    http://baasvoice.blogspot.com/

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  4. आप सबका धन्‍यवाद।


    प0 अनिल जी शर्मा
    जी, कपाल मोचन के इतिहास पर भी प्रकाश डाला गया है, कृप्‍या निम्‍न लिंक पर जाएं:

    http://yamunanagarhulchul.blogspot.com/2010/11/17-21-52-000000000000000000000000000000.html

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  5. इस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ हिंदी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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  6. भारतीय ब्लॉग लेखक मंच
    की तरफ से आप, आपके परिवार तथा इष्टमित्रो को होली की हार्दिक शुभकामना. यह मंच आपका स्वागत करता है, आप अवश्य पधारें, यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो "फालोवर" बनकर हमारा उत्साहवर्धन अवश्य करें. साथ ही अपने अमूल्य सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ, ताकि इस मंच को हम नयी दिशा दे सकें. धन्यवाद . आपकी प्रतीक्षा में ....
    भारतीय ब्लॉग लेखक मंच

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टिप्पणी के लिये धन्यवाद।